अगर - मगर

अच्छा है अगर
जोशों भरी जवानी हो..

मगर दोस्तों,
लूटने ओर लूट जाने के 
इस दौर में,
थोड़ा रूको़़़ ...सांस लो...!
इंसानियत को मरने न दो
ये जिंदा रहे - है जरूरी
आँखों में पानी हो़....।



मुहब्बत नहीं जागीर किसी की
लटतॆ चलो, लूट जाते चलो
बस मुहब्बत करो - जरूरी नहीं
कि तेरी कोई कहानी हो...!

खून खौले तो बस
नेकी कर पाने के लिए...
खून बहे अगर तो बस,
जिंदगी बचाने के लिए
आबरू बचाने के लिए..
खून बची खूऩ रहे,
न पानी बने - ऐसी
खून में रवानी हो....।

अपनी चाहो - कुछ बूरा नहीं,
पर जितने की होड़ में
ना दिल टूटे किसी का...
ना हो घायल कोई तेरी वजह
ख्याल रहे - ना किसी के साथ
बेइमानी हो.....!

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